होम्योपैथी से करें खराब नाखून का इलाज
खराब नाखून का इलाज में प्रयुक्त होने वाली प्रभावी होम्योपैथिक दवाएं | नाखून की बीमारी का होम्योपैथिक इलाज | Homeopathic Medicine For Nail Disease in Hindi | Nakhun Ke Rog Ka Homeopathic Upchar
नाखून की बीमारी का होम्योपैथिक इलाज | Homeopathic Medicine For Nail Disease in Hindi | Nakhun Ke Rog Ka Homeopathic Upchar.
नाखून
हमारे हाथों तथा पैरों की उंगलियों के नाखून उंगलियों के अंत को एक प्रकार का रक्षा कवच प्रदान करते हैं यह नाखून कैरोटीन नामक प्रोटीन से बने होते हैं यह प्रोटीन किसी प्रकार की छत होने से उनके संरक्षण में मदद करती है
नाखून की बीमारी
नाखून में बीमारियां लगना हमारे खराब स्वास्थ्य की ओर इशारा करते हैं लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता कभी-कभी हमारे नाखूनों में नाखून की कुछ सामान्य बीमारियां जैसे- नाखून पर सफेद धब्बे पड़ जाना, नाखून में सफेदी चढ़ना, नाखून में सफेद व काले निशान पड़ना, नाखून का मोटा तथा पतला हो जाना, नाखून का आसानी से टूट जाना, नाखून का खुश्क हो जाना , नाखून में स्लेटें पड़ जाना आदि
आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी होम्योपैथिक दवाएं हैं जो नाख़ून की बीमारियों में विशेष रूप से लाभदायक हैं
एसिड नाइट्रिकम
रोगी के नाखूनों पर सफेद रंग के निशान पड़ जाते हैं तथा उसके पसीना से अत्यंत दुर्गंध आती है तो ऐसे लक्षण रहने पर होम्योपैथिक दवा एसिड नाइट्रिकम का प्रयोग करें
फ्लोरिक एसिड
यह दवा अत्यधिक भंगुरता वाले नाखूनों के लिए विशेष लाभदायक है जिन नाखूनों में टूटने की समस्या अधिक हो और नाखूनों को देखने तथा छूने से ऐसा प्रतीत हो जैसे लंबी-लंबी प्लेटें एक दूसरे में जुडी हुई हैं
ग्रेफाइट्स
यह खुश खुश खुश्क तथा सूखे हुए नाखूनों (Brittle Nails) के लिए बेहतरीन दवा है जब किसी व्यक्ति के नाखून आसानी से टूट जाते जाते हो तथा नाखून मोटे और खड़े हो जाएं नाखून की जड़ में सूजन रहती है तथा उनके किनारे पर की त्वचा आसानी से छूटने लगती है ऐसे व्यक्तियों के लिए ग्रेफाइट्स ज्यादा उपयोगी है
फास्फोरस
नाखून के चारों तरफ घाव हो जाए और तथा घाव से खून निकलता हो
कैल्केरिया फ्लोर
जब किसी व्यक्ति के नाखून अत्यधिक कड़े हो जाएं तथा नाखून में नीचे की ओर सूजन बनी रहती हो, नाखून में बनने वाला संक्रमण नाखून को मोटा तथा पत्थर की तरह कड़ा बना देता हो , कैल्केरिया फ्लोर का प्रयोग करें
सिलिका
जब हमारे शरीर में खनिज लवणों, प्रोटींस तथा विटामिंस की कमी होकर नाखूनों में कई प्रकार के रोग हो जाए तो यह होम्योपैथिक दवा सिलिका विशेष लाभ पहुंचाती है सिलिका के उपयोग से हमारे नाखूनों के रोग दूर होकर स्वस्थ तथा चमकदार बनते हैं
एंटीमोनियम क्रूड (Antimonium Crud)
जब किसी व्यक्ति के नाखून के बढ़ने की गति बहुत धीमी हो तथा नाखून सूखे हुए और आसानी से टूटने वाले (भंगुर) हो, नाख़ून की त्वचा में दर्द रहता हो, नाखून के नीचे एक तरीके का अलग मांस का पैदा हो जाना और उस मांस में दर्द होना, नाखून का एक उपयुक्त आकार न होकर टेढ़े मेढ़े जमना
आर्निका
नाखून में चोट के कारण विकार पैदा हो जाए तथा नाखून में दर्द रहे तो होम्योपैथिक औषधि आर्निका का प्रयोग करें, आर्निका के मदर टिंक्चर को बाहरी प्रयोग के लिए नाखूनों पर लगाया जा सकता है
कैलेण्डुला
नाखून की पीड़ा(Pain) तथा प्रदाह(Inflammation) के लिए कैलेण्डुला विशेष प्रभावी है इस औषधि के मदर टिंचर को भी नाखून पर बाहरी प्रयोग से विशेष लाभ पहुंचता है
नाखून
हमारे हाथों तथा पैरों की उंगलियों के नाखून उंगलियों के अंत को एक प्रकार का रक्षा कवच प्रदान करते हैं यह नाखून कैरोटीन नामक प्रोटीन से बने होते हैं यह प्रोटीन किसी प्रकार की छत होने से उनके संरक्षण में मदद करती है
नाखून की बीमारी
नाखून में बीमारियां लगना हमारे खराब स्वास्थ्य की ओर इशारा करते हैं लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता कभी-कभी हमारे नाखूनों में नाखून की कुछ सामान्य बीमारियां जैसे- नाखून पर सफेद धब्बे पड़ जाना, नाखून में सफेदी चढ़ना, नाखून में सफेद व काले निशान पड़ना, नाखून का मोटा तथा पतला हो जाना, नाखून का आसानी से टूट जाना, नाखून का खुश्क हो जाना , नाखून में स्लेटें पड़ जाना आदि
आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी होम्योपैथिक दवाएं हैं जो नाख़ून की बीमारियों में विशेष रूप से लाभदायक हैं
एसिड नाइट्रिकम
रोगी के नाखूनों पर सफेद रंग के निशान पड़ जाते हैं तथा उसके पसीना से अत्यंत दुर्गंध आती है तो ऐसे लक्षण रहने पर होम्योपैथिक दवा एसिड नाइट्रिकम का प्रयोग करें
फ्लोरिक एसिड
यह दवा अत्यधिक भंगुरता वाले नाखूनों के लिए विशेष लाभदायक है जिन नाखूनों में टूटने की समस्या अधिक हो और नाखूनों को देखने तथा छूने से ऐसा प्रतीत हो जैसे लंबी-लंबी प्लेटें एक दूसरे में जुडी हुई हैं
ग्रेफाइट्स
यह खुश खुश खुश्क तथा सूखे हुए नाखूनों (Brittle Nails) के लिए बेहतरीन दवा है जब किसी व्यक्ति के नाखून आसानी से टूट जाते जाते हो तथा नाखून मोटे और खड़े हो जाएं नाखून की जड़ में सूजन रहती है तथा उनके किनारे पर की त्वचा आसानी से छूटने लगती है ऐसे व्यक्तियों के लिए ग्रेफाइट्स ज्यादा उपयोगी है
फास्फोरस
नाखून के चारों तरफ घाव हो जाए और तथा घाव से खून निकलता हो
कैल्केरिया फ्लोर
जब किसी व्यक्ति के नाखून अत्यधिक कड़े हो जाएं तथा नाखून में नीचे की ओर सूजन बनी रहती हो, नाखून में बनने वाला संक्रमण नाखून को मोटा तथा पत्थर की तरह कड़ा बना देता हो , कैल्केरिया फ्लोर का प्रयोग करें
सिलिका
जब हमारे शरीर में खनिज लवणों, प्रोटींस तथा विटामिंस की कमी होकर नाखूनों में कई प्रकार के रोग हो जाए तो यह होम्योपैथिक दवा सिलिका विशेष लाभ पहुंचाती है सिलिका के उपयोग से हमारे नाखूनों के रोग दूर होकर स्वस्थ तथा चमकदार बनते हैं
एंटीमोनियम क्रूड (Antimonium Crud)
जब किसी व्यक्ति के नाखून के बढ़ने की गति बहुत धीमी हो तथा नाखून सूखे हुए और आसानी से टूटने वाले (भंगुर) हो, नाख़ून की त्वचा में दर्द रहता हो, नाखून के नीचे एक तरीके का अलग मांस का पैदा हो जाना और उस मांस में दर्द होना, नाखून का एक उपयुक्त आकार न होकर टेढ़े मेढ़े जमना
आर्निका
नाखून में चोट के कारण विकार पैदा हो जाए तथा नाखून में दर्द रहे तो होम्योपैथिक औषधि आर्निका का प्रयोग करें, आर्निका के मदर टिंक्चर को बाहरी प्रयोग के लिए नाखूनों पर लगाया जा सकता है
कैलेण्डुला
नाखून की पीड़ा(Pain) तथा प्रदाह(Inflammation) के लिए कैलेण्डुला विशेष प्रभावी है इस औषधि के मदर टिंचर को भी नाखून पर बाहरी प्रयोग से विशेष लाभ पहुंचता है
अस्वीकरण: इस ब्लॉग पर उपलब्ध सामग्री केवल इन्फॉर्मेशनल उद्देश्य के लिए है और किसी चिकित्सक या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के परामर्श, निदान या चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए सदैव किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। Saralpathy इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
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