गोखरू के फायदे - Gokhru ke fayde
गोखरू क्या है? और इसकी पहचान-
मेडिकल भाषा में गोखरू ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस (Tribulus Terrestris) के नाम से जाना जाता है। गोखरू के अन्य प्रचलित नाम गुड़खुल और गोक्षुर भी हैं।
गोखरू दो प्रकार का होता है छोटा गोखरू और बड़ा गोखरु।
यह अधिक दिनों से खाली पड़ी जमीन पर उगने वाला एवं चिकित्सीय गुणों से युक्त पौधा है। गोखरू का पौधा बरसात के दिनों में अधिक दिखाई पड़ते हैं। इसमें पीला रंग के फूल तथा कांटे दार फल आते हैं, जोकि चने के आकार के होते हैं। गोखरू का पौधा उत्तर भारत, हरियाणा और राजस्थान मे ज्यादा पाया जाता है। गोखरू भारत के अलावा एशिया, अफ्रीका और यूरोप के कुछ हिस्सों में भी पाया जाता है।
गोखरू एक बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी (Beneficial Herb ) है। गोखरू का प्रयोग प्राचीन काल से हकीम और वैद्य और अपने नुस्खों में करते आये हैं।
गोखरू के फायदे - Gokhru ke fayde
गोखरू को यौन सम्बंधित समस्या, मूत्र-त्याग के समय दर्द एवं जलन, रुक-रुक पेशाब आना या कम पेशाब आना, गुर्दे की पथरी, किडनी (Kidney), दिल, यूटीआई (UTI), पीसीओडी (PCOD), डायबिटीज (Diabetes), मानसिक विकार (Mental disorder), मूत्रवर्धक, दर्द, त्वाचा सबंधित बीमारियां, चर्मरोग और एग्जिमा, बुखार, गर्भाशय में दर्द (Uterus Pain) प्रोस्टेट, अस्थमा, खांसी, एनीमिया, शरीर के किसी भाग में आंतरिक सूजन, जोड़ो के दर्द और मांसपेशी के दर्द, गठिया आदि में इस्तेमाल किया जा सकता है। वैसे गोखरू इन अनगिनत फायदों के होते भी प्रमुख रूप से गोखरू को निम्नलिखित समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ही प्रयोग करते हैं।
1. यौन समस्या (Sexual Problems)
गोखरू का उपयोग अधिकतर यौन इच्छा में आने वाली कमी को भी दूर करने के लिए किया जाता है। गोखरू एक प्रकार से सेक्स बूस्टर के रूप में काम करता है। सेक्सुअल डिजायर, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, सेक्सुल डिसऑर्डर के साथ ही यह इंफर्टिलिटी और प्रोस्टेट से सम्बंधित समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। परुषों में यौन समस्या (Sexual Problems) के लिए देशी दवाओं और बाज़ार में यौन समस्या के लिए बिकने वाली लगभग हर प्रकार की दवाओं में इसका उपयोग होता है।
2. इंफर्टिलिटी
ऐसे व्यक्ति जो सेक्सुअली बहुत ही कमजोर हो या अधिक दिनों तक यौन सम्बन्धी समस्या होने से इंफर्टिलिटी का शिकार हो गए है तो ऐसे लोगो के लिए गोखरू का इस्तेमाल करने से स्पर्म कांउट में इजाफा होता है। गोखरू के कुछ महीने तक नियमित उपयोग से पुरुषों में यौन हार्मोन का उत्पादन बढ़ता है। टेस्टोस्टेरोन की गड़बड़ी को ठीक करने और प्रजनन क्षमता बढ़ाने में भी गोखरू बहुत ही असर दायक है।
लगभग 5 ग्राम गोखरू के पाउडर को एक गिलास दूध के साथ इस्तेमाल करने से स्पर्म का काउन्ट (शुक्राणुओं की संख्या) बढ़ती है और वीर्य में गाढ़ापन तथा वीर्य की क्वालिटी भी बढ़ती है।
3. इरेक्टाइल डिसफंक्शन
गोखरू के इस्तेमाल से परुषों में पाई जाने यौन संबंधित समस्या जैसे- इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुसंकता) या स्तंभन दोष में फायदा मिलता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन, परुषों में पाई जाने ऐसी यौन संबंधित समस्या है जिसमें उन्हें संभोग करने के लिए लिंग में पर्याप्त उत्तेजना नहीं हो पाती। इरेक्टाइल डिसफंक्शन को सरल भाषा में स्तंभन दोष या नपुसंकता कहता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुसंकता) से पीड़ित व्यक्ति में वीर्य बनना या तो बहुत ही काम या बिलकुल न के बराबर होता है। गोखरू के सेवन से वीर्य बनना और वीर्य में गाढ़ापन पैदा करता है।
4. महिलाओं की सेक्स समस्याएं
कुछ लोगों का यह मानना है कि गोखरू केवल पुरुषों की सेक्स समस्यों में ही काम करता है। लेकिन ऐसा नहीं है कई शोधों से यह पता चलता है कि गोखरू पुरुषों की सेक्स समस्यों के साथ - साथ महिलाओं की सेक्स समस्याएं जैसे- यौन-इच्छा में कमी दूर करने , कामुकता , योनि में सूखापन, सेक्स के दौरान दर्द होना आदि में बेहतर तरीके से काम करता है। गोखरू के इस्तेमाल महिलाओं में कामेच्छा, उत्तेजना और यौन संतुष्टि में सुधार होता है।
5. मांसपेशियों की ताकत के लिए
यदि कोई व्यक्ति अधिक दुबला पर पतला है तो गोखरू के लंबे समय तक सेवन से शरीर मजबूत होता है। गोखरू के प्रयोग से ताकत बढ़ाने और मांसपेशियों को बनाने में मदद मिलती है। इस जड़ी बूटी के इस्तेमाल से मांसपेशियों की ताकत और शरीर की संरचना में सुधार करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
6. मूत्र-मार्ग संक्रमण का उपचार - यूटीआई (UTI)
महिलाओं में यूटीआई (UTI), मूत्र-पथ या मूत्र-मार्ग में के संक्रमण की समस्या और जलन में भी गोखरू के इस्तेमाल से फ़ायदा पहुँचता है।
8. गंजापन और बालों की समस्या के लिए (Gokhru For Hair)
गोखरू के इस्तेमाल से बालों का झड़ना और गंजापन दूर होता है।
9. डायबिटीज में
गोखरू नियमित सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल में रखा जा सकता है।
10. पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम(PCOD) में
गोखरू महिलाओं में पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम) को ठीक करने में फायदेमंद माना जाता है। यह बाझपन, रीरियड्स में होने वाले दर्द को कम करने में और उम्र से पहले ही होने वाले मेनोपॉज जैसी समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है।
गोखरू के साइड इफेक्ट्स - Gokhru ke Side Effects
गोखरू का एक सीमित मात्रा में सेवन करना पूरी तरह से सुरक्षित हो सकता है। जबकि इसके अधिक सेवन से पेट खराब होना, पेट में जलन, एलर्जी, आदि समस्याएं हो भी सकती हैं, हर व्यक्ति में गोखरू के एक जैसे साइड इफेक्ट हो ये जरूरी नहीं है, यदि आपको गोखरू के इस्तेमाल से कोई साइड इफेक्ट्स या नुक्सान पहुँच रहा है, तो तुरन्त अपने डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।
FAQ - Gokhru Ke Fayde (गोखरू के फायदे)
गोखरू किस लिए प्रयुक्त होता है?
गोखरू को मुख्य रूप से यौन सम्बंधित बीमारियां , मूत्र सम्बंधित समस्याएं / यूटीआई (UTI), पथरी, किडनी (Kidney), (PCOD), डायबिटीज (Diabetes), मानसिक विकार (Mental disorder), चर्मरोग, बुखार, गर्भाशय में दर्द (Uterus Pain) प्रोस्टेट, अस्थमा, खांसी, एनीमिया, सूजन, जोड़ो के दर्द और मांसपेशी के दर्द, गठिया आदि की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ही प्रयोग करते हैं।
गोखरू कितने प्रकार का होता है?
गोखरू दो प्रकार का होता है छोटा गोखरू और बड़ा गोखरु।
गोखरू का कौन सा भाग सबसे अधिक उपयोगी होता है ?
औषधि के रूप में गोखरू का पत्ता, फल, तना, गोखरू के बीज या गोखरू की जड़ का आवश्यकता के अनुसार प्रयोग किया जा सकता है।
गोखरू का सेवन किस रूप में कर सकते हैं ?
गोखरू को पाउडर, अर्क या काढ़ा बनाकर उपयोग किया जा सकता है।
गोखरू के इस्तेमाल करने का सही तरीका क्या है?
गोखरू का इस्तेमाल का तरीका अलग-अलग बीमारियों के लिए अलग होता है। यदि आप किसी बीमारी के लिए गोखरू का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसके लिए आप किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।
गोखरू के साइड इफेक्ट्स क्या हैं ?
अधिकतर लोगों गोखरू के कोई भी साइड इफेक्ट्स देखने को नहीं मिलते हैं जबकि गोखरू का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से पेट खराब हो जाना, पेट में जलन, एलर्जी आदि समस्याएं हो भी सकती हैं।
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