अल्फाल्फा का उपयोग होम्योपैथिक टॉनिक के रूप में किया जाता है होम्योपैथी में कोई बल कारक अर्थात टानिक न रहने पर इस होम्योपैथिक दवा को एक प्रकार की बल वर्धक दवा (टॉनिक) ही कहा जा सकता है इस दवा की क्रिया हमारे शरीर के Sympathetic Nerve पर होती है इसी कारण इससे शरीर स्वस्थ और पुष्ट होता है और शारीरिक क्रियाएं स्वस्थ रूप से आसानी से होने लगती है इसके अलावा अल्फाल्फा का उपयोग निम्नलिखित रूप में भी किया जाता है
शारीरिक कमजोरी दूर करके शरीर को बलवान बनाए अल्फाल्फा
नियमित रूप से अल्फाल्फा का उपयोग करने पर भूख में इजाफा होता है जिससे दिन प्रतिदिन हमारे शरीर की कमजोरी दूर होकर ताकत बढ़ती है हमारी पाचन क्रिया अच्छी हो जाती है और हमारी मानसिक तथा शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है शरीर में मांस बढ़ता है जिससे वजन ज्यादा होता है
शुगर (मधुमेह) के इलाज के लिए अल्फाल्फा है अत्यंत गुणकारी
शुगर (मधुमेह) को कंट्रोल करने में अल्फाल्फा के उपयोग से अच्छा रिस्पांस मिलता है, एक शोध में 1 मिलीग्राम अल्फाल्फा को दिन में दो बार 112 दिनों तक उपयोग कराने से व्यक्तियों के रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर में 24% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह पता चलता है कि नियमित रूप से अल्फाल्फा के उपयोग, रक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रभावी रूप से सहायक है
हृदय संबंधी विकारों में अल्फाल्फा है प्रभावी
अल्फाल्फा के उपयोग से हमारा हृदय स्वस्थ होता है एक साइंटिफिक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अल्फाल्फा के नियमित उपयोग से यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल (उच्च-घनत्व लिपोप्रोटीन या एचडीएल) के स्तर को बढ़ाता है
मांसपेशियों के दर्द तथा गठिया के इलाज में अल्फाल्फा से मिलती है राहत
गठिया रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए भी अल्फाल्फा काफी उपयोगी है अल्फाल्फा के उपयोग से हमारे शरीर में मौजूद यूरिक एसिड के लेवल को कम करता है जिससे हमारे शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता की वजह से होने वाली दर्द में आप कौन सी रखा है काफी आराम मिलता है
थकान व नींद की समस्या में अल्फाल्फा मिलती है निजात
अल्फाल्फा में विटामिन K प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिससे अल्फाल्फा के नियमित उपयोग से हमारी शरीर की सहनशक्ति में इजाफा होता है हमारे शरीर की क्षमता बढ़ती है स्नायविक दुर्बलता, नींद न आना आदि में फायदा होता है। अल्फाल्फा में मौजूद विटामिन K रक्त विकार(मैलोडियाप्लास्टिक सिंड्रोम) में सुधार करने में हमारी सहायता करता है। अल्फाल्फा में मौजूद विटामिन K रक्त का थक्का ((Blood Clotting) बनाने में मददगार साबित होता है
लोहे की कमी को दूर करने में अल्फाल्फा है सहायक
हमारे शरीर को लाल रक्त कणिकाओं के उत्पादन के लिए लोहे की आवश्यकता होती है लोहे की कमी से हमारी मांसपेशियों कमजोर होने लगती हैं अल्फाल्फा में लोहा प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसके नियमित उपयोग से हमारे शरीर में लोहे की कमी दूर होकर हमारी मांसपेशियां मजबूत बनती हैं