स्मरण शक्ति कम हो जाने के लक्षण –
स्मरण शक्ति का कमजोर हो जाना, रखी हुई चीजों को भूल जाना, कुछ भी याद न रहन। याद किया हुआ और पढ़ा हुआ भूल जाना, कुछ दिन पहले मिले हुए लोगों की पहचान करने में दिक्कत होना, जरा सा मानसिक कार्य करने में थकावट हो जाना आदि कमजोर याददाश्त के लक्षण हैं।
किसी बात को बार-बार याद करने पर भी वह बात जुबान पर न आना आदि। जैसे – जैसे हमारी उम्र बढ़ती है – हमारी स्मरण शक्ति घटती जाती है। बुढ़ापे में स्मरण शक्ति का कम हो जाना एक आम बात है, जबकि बीमारी के रूप में किसी भी आयु के व्यक्ति को अपनी पकड़ में ले सकती है। स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों या नवयुवकों में स्मरण सम्बन्धी समस्या हो जाने से कभी-कभी यह लक्षण दिखाई देते है।
स्मरण शक्ति कम होने के कारण
मानसिक दुर्बलता, ज्यादा दिन तक मियादी / टाइफाइड बुखार रहना, अधिक दिनों तक कोई लंबी बीमारी भोगना , ज्यादा मानसिक परिश्रम करना अथवा शारीरिक दुर्बलता हो जाना और खून की कमी आदि, स्मरण शक्ति के कम होने के कारण हो सकते हैं।
स्मरण शक्ति / याद्दाशत बढ़ने के कुछ आसान घरेलु नेचुरल उपाय –
प्राकृतिक तौर पर बहुत से ऐसे तरीके हैं जिनके द्वारा हम अपनी बढ़ती उम्र में अपनी स्मरण शक्ति को खोने के स्थान पर तेज तेज़ बनाए रख सकते हैं। बाजार में बहुत से ऐसे प्रोडक्ट बिक रहे हैं जो स्मरण शक्ति बढ़ाने के नाम पर लोगों को बेवक़ूफ़ बना रहे हैं। जबकि ऐसे प्रोडक्ट्स में मात्र ही कुछ ऐसी हर्ब्स होती हैं जिन पर वैज्ञानिक रूप से यह सिद्ध हो चुका है कि हाँ इनके प्रयोग से हमारी स्मरण शक्ति में सुधार होता है।
प्रकृति में बहुत से ऐसे पदार्थ, तत्व ओर हर्ब्स मौजूद हैं जो स्मरण शक्ति ओर याददाश्त के लिए उपयोग में लाये जाते हैं। आइए हम आपको कुछ ऐसी प्राकृतिक चीजों के बारे में बताते हैं जिनको अगर हम अपनी डाइट में शामिल करें, तो हमारी स्मरण शक्ति में सुधार होता है।
1. ओमेगा – 3 फैटी एसिड्स का उपयोग –
2. एंटीऑक्सिडेंट्स का उपयोग –
3. हर्ब्स का उपयोग –
स्मरण शक्ति ओर याददाश्त बढ़ाने के लिए कुछ अन्य प्राकृतिक तरीके
4. नियमित व्यायाम करें –
5. यात्राएं करें और नए आकर्षक सथानो को एक्स्प्लोर करें –
6. सामाजिक दायरा बढ़ाएं –
ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का उपयोग –
एंटीऑक्सिडेंट्स का उपयोग –
अपनी डाइट में ऐसी चीजें शामिल करें जिनमे प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता हो। बढ़ती हुई उम्र के लिए एंटीऑक्सिडेंट्स हमारी दिमाग़ की कोशिकाओं के लिए यह संरक्षक के रूप में काम करता है। एंटीऑक्सिडेंट्स हमारे ब्रेन की सेल्स को मरने से बचाव करता है। सइंटफिक रिसर्च में इसके कई प्रमाण मिले हैं। एंटीऑक्सिडेंट्स हमें फल , सब्जियां , नट्स और डार्क चॉक्लेट से श्रोत के रूप में मिला है।
हर्ब्स का उपयोग –
जैसाकि सभी जानते हैं कि अब से एक सदी पूर्व किसी रोग का उपचार हेतु अधिकतर हर्ब्स का ही इस्तेमाल किया जाता था। ये हर्ब्स जितना कि हमारे शरीर की किसी भी समस्या के लिए फायदेमंद हैं उतना ही हमारे ब्रेन के लिए उपयोगी हैं। ये हर्ब्स हमारे मस्तिष्क को ताकत पहुँचाती हैं। जिन्सेंग, जिको बिलोबा, ग्रीन टी को समरण शक्ति, मानसिक स्वास्थ्य और यादाश्त बढ़ाने के प्रमुख रूप से प्रयुक्त होती हैं।
नियमित व्यायाम करें –
नियमित व्याम करने से हमारी स्मरण शक्ति कमें सुधर होता है। स्मरण शक्ति बढ़ने के कई नेचुरल तरीके में से एक तरीका यह भी है कि हम नियमित रूप से व्यायाम करें। व्यायाम करने से और विशेषकर वह व्यायाम जो हमारे ह्रदय से सम्बंधित हो, तो यह हमारी स्मरण शक्ति और मेमोरी को बूस्ट करता है। कई न्यूरोलॉजी रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि नियमित व्यायाम से जो हमारी दिनचर्या स्मृति (वर्किंग मेमोरी) जो आत्मनियंत्रण और सेल्फ कॉन्फिडेंस को नियंत्रित करती है – में सुधर होता है।
यात्राएं करें और नए आकर्षक सथानो को एक्स्प्लोर करें –
दुनिया के नए – नए आकर्षक स्थानों की यात्राएं करने और घूमने व टहलने से हमारे मस्तिष्क को एक प्रकार ऐसी ऊर्जा मिलती है जिससे से हमारी मानसिक शक्ति , मेमोरी, स्मरण शक्ति तथा याद्दाश्त में सुधर होता है।
सामाजिक दायरा बढ़ाएं –
अपने आस- पास के लोगों से, रिश्तेदारों और यार – दोस्तों के मेल – मिलाप तथा सोशल एक्टिविटी से हमारी याददाश्त में इजाफा होता है।
ऊपर दिए गए इन नेचुरल उपायों से हमारी स्मरण शक्ति बूस्ट होती है। हमारे मस्तिष्क और भूलने की समस्या में मदद मिलती है। स्मरण शक्ति को बढ़ाने तथा किसी मान्सिक बीमारी में लड़ने में अगर आप इन उपायों के करने के बावजूद भी आपके लक्षणों में बढ़ोतरी हो रही तो आप तुरंत अपने पर्सनल चिकत्सक से सलाह जरूर लें।
धन्यवाद !