(ब्रेस्ट) स्तन साइज बढ़ाने के घरेलू उपाय व नुस्खे – Stan / Breast Size Badhane Ke Gharelu Nuskhe in Hindi / Ayurvedic Dawa Aur Tarike
आज हमारी व्यस्त लाइफ स्टाइल, गलत खान-पान तथा देर रात तक जागना हमारी सेहत के साथ-साथ हमारी सौंदर्य को भी प्रभावित कर रहा है।यदि किसी स्त्री की सुंदरता में चार चांद लग जाते हैं। यदि उसके स्तनों का आकार सही हो। कोई स्त्री कितनी ही सुन्दर क्यों न हो। यदि उस स्त्री के स्तन विकसित नहीं है। तो वो स्त्री पुरुषों को आकर्षित नहीं कर सकती। यह बिल्कुल सत्य बात है।
आज स्त्रियों में स्तनों से संबंधित बहुत सी बीमारियां फैली हुई हैं। जैसे स्तन में गांठ पड़ जाना। स्तनों का विकसित न होना। या स्तनों का बहुत बड़ा हो जाना। स्तनों का लटक जाना यह स्तनों में कभी-कभी ऐसी भी बीमारियां हो जाती हैं। जिनका इलाज संभव नहीं है। कई स्त्रियों में यह रोग हो जाता है। कि एक स्तन विकसित हो जाता ह,और एक अविकसित।
अपने स्तनों का सही साइज व आकार पाने के लिए बहुत सी महिलाएं महंगी से महंगी सर्जरी तक करवा रही हैं। एक महिला की प्रथम इच्छा यही होती है कि लोग उसकी तारीफ करें और वह सुंदर दिखे। इसके लिए वो हरथक प्रयास करती हैं। और हर महिला की सुंदरता में स्तनों का आकार का विशेष महत्व होता है। किसी स्त्री के विकसित स्तन, महिलाओं को पुरुषों से अलग पहचान देते है। क्योंकि अगर एक महिला और एक पुरुष दोनों एक ही पोशाक में हों। उनकी स्टाइल भी समान हो। यदि महिला के स्तन पूर्ण रूप से विकसित नहीं हैं। तो उनमें स्त्री और पुरुष को पहचानना मुश्किल हो जाएगा।
स्तनों का विकास एक दीर्घकालीन प्रक्रिया होती है। जो अलग-अलग देशों में अलग-अलग उम्र पर प्रारंभ होती है। हमारे देश भारत, पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, और श्रीलंका में यह 11 से 16 वर्ष में शुरू होती है। और यह प्रक्रिया 18 से 25 वर्ष तक चलती है। अगर ठीक समय पर किसी महिला के स्तनों का विकास न हो। तो यह बाद में मुश्किल हो जाता है। किसी महिला में सही समय पर स्तनों के विकास न होने से वह हीन भावना से ग्रसित हो जाती है। और कई बार महिलाएं अपने स्तनों का सही आकार पाने के लिए कई तरह की दवाइयों का प्रयोग करती हैं। और तरह -तरह के उपाय आजमाती हैं। जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें अन्य तरह के दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ जाता है।
आज मैं यहां ऐसे आसान तरीके बताने जा रहा हूं। जिनके प्रयोग से आपके छोटे स्तनों का आकार सही होगा। स्तन का सही आकार पाने और सुडौल बनाने में आपको काफी मदद मिलेगी।
स्तन (ब्रेस्ट) छोटा होने के प्रमुख कारण
किसी समस्या का समाधान करने हेतु सर्वप्रथम यह देखना चाहिए कि समस्या का कारण क्या है। यदि समस्या के कारण का इलाज करेंगे। तो समस्या जल्द दूर होगी। अगर हमारे ब्रेस्ट का आकार बहुत छोटा है, या हमारे स्तन बेडौल है तो सर्वप्रथम यह देखें कि हमारे स्तन के अविकसित होने का कारण क्या है? विशेषज्ञ और सलाहकार, स्तन छोटे होने के जो कारण मानते हैं। वह निम्नलिखित हैं।
- हमारे खान-पान में पौष्टिक तत्वों की कमी होना।
- हमारे शरीर में हार्मोन का असंतुलित हो जाना।
- हमारे शरीर का पूर्ण विकास न होना। जैसे: दुबलापन और वजन कम होना।
- चिंता या तनाव होने से स्तनों का विकास न हो पाना।
- अनुवांशिकता का प्रभाव होना (हेरेडिटी )।
- ज्यादा दवाइयों का उपयोग करना। (अत्यधिक दवाइयों का उपयोग करने के बाद उनका दुष्प्रभाव होना)
- मंदिर समस्या होना सेक्स संबंधी समस्या होना
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(ब्रेस्ट) स्तन साइज बढ़ाने के तरीके
- ब्रेस्ट का उपयुक्त आकार पाने के लिए अपनी डेली रूटीन में व्यायाम को शामिल करें
- पौष्टिक भोजन खाएं
- मसाज और तेल की मालिश करें
- ठीक आकार के ब्रा का प्रयोग करें
- होम्योपैथिक दवाइयों का उपयोग करें
स्तन साइज बढ़ाने के घरेलू उपाय
सॉ पलमेट्टो(saw palmetto)
स्तनों से संबंधित समस्याओं के निदान हेतु आयुर्वेद में यह एक कारगर जड़ी बूटी है। आयुर्वेद में जितने भी उत्पाद बाजार में आते हैं उपलब्ध हैं लगभग सब में लगभग इस हर्ब का उपयोग होता है। यह जड़ी-बूटी छोटे स्तनों को बढ़ाने के लिए बहुत ही प्रभावी है। स्तन का छोटा होना ज्यादातर हमारे हार्मोन से जुड़ा होता है। अतः जिन महिलाओं में छोटे स्तन हार्मोन असंतुलन के कारण हो। उन्हें इस बूटी सॉ पलमेट्टो(saw palmetto) का उपयोग करना चाहिए। यह बूटी हार्मोन को बूस्ट करने में करने में बहुत ही उपयुक्त है। यह बाजार में दवाई के रूप में कैप्सूल में मौजूद है। तथा एक्सट्रैक्ट के रूप में भी उपलब्ध है। जिसे डॉक्टर के परामर्श अनुसार लिया जा सकता है।
मेथी
मेथी के कुछ दाने को लेकर शाम को आधा कप पानी में भीगा भिगो दें। और सुबह इस पानी को पानी को छानकर पी लें। मेथी में प्राकृतिक रूप से एक ऐसा हार्मोन मौजूद होता है। जिसे एस्ट्रोजेनिक कहते हैं। जो हमारे शरीर के स्ट्रॉ निक हार्मोन को संतुलित करता है। इससे हमारे स्तनों का आकार सही होता है। मेथी के अधिक प्रभाव तथा शीघ्र रेस्पॉन्स के लिए मेथी के तेल की मालिश कर सकते हैं।
मूली
स्तनों के आकार को बढ़ाने के लिए मूली को प्राचीन काल से प्रयोग होता रहा है मूली हमारे स्तनों में रक्त संचार संचार को बेहतर बनाता है। जिससे हमारे ढीले और बेडौल स्तन, सुडौल बनते हैं। तथा स्तनों का आकार प्राकृतिक रूप से बढ़ता है।
अलसी
अलसी का उपयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। साथ-साथ अलसी में एक प्रकार का तत्व पाया जाता है जिसे लिगनेन कहते हैं। जो हमारे स्तनों को स्वस्थ रखने के लिए बहुत लाभकारी है।
लिगनेन एक तरह का फाइटोएस्ट्रोजन होता है। एस्ट्रोजन हार्मोन को बूस्ट करने में मदद करता है। इसके फलस्वरुप हमारे स्तनों का छोटापन दूर होता है। और स्तन स्वस्थ तथा सुडोल बनते हैं।
शतावर
शतावर प्राकृतिक रूप से रूप से पाया जाने वाला एक बहुत शक्तिशाली पौधा है। जो महिलाओं के परिजन तथा सेक्स संबंधी समस्याओं के लिए बहुत उपयोगी है। शतावर के प्रयोग से शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त संचार बेहतर होता है। जिससे शरीर के प्रत्येक अंग तक ठीक और उपयुक्त पोषण पहुंचता है। अधिकतर मामलों में, स्तनों के छोटा होने का मुख्य कारण, स्तनों में ठीक प्रकार से रक्त प्रवाह का न होना है। जिससे स्तनों तक पोषण कम पहुंचता है। और हमारे स्तन पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाते हैं।
सौंफ
सौंफ भी हमारे स्तनों के विकास के लिए अत्यंत उपयोगी है। सौंफ में प्रचुर मात्रा में फ्लेवोनॉयड्स (Flavonoids) पाए जाते हैं। जब यह फ्लेवोनॉयड्स (Flavonoids) शरीर में पहुंचते हैं। तो शरीर में उपस्थित एस्ट्रोजन हॉर्मोन का लेवल बढ़ जाता है। और यह हमारे स्तनों के विकास में हमारी मदद करते हैं।
The Bottom Line
ऊपर दिए गए स्तन बढ़ने के उपाय जो दिए गए हैं। यह (ब्रेस्ट) स्तन साइज बढ़ाने के घरेलू तरीके अपनाने से स्तनों का आकार नैचुरली बढ़ने लगता है। इन उपायों को अपनाने से पूर्व यह निश्चित करलें स्तन सम्बन्धी कोई समस्या तो नहीं है। अगर आपको ब्रेस्ट(स्तन) या कोई अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या है। तो अपने नज़दीकी चिकत्सक देखरेख में इन घरेलु उपायों को प्रयोग में लाएं।