आज के भाग - दौड़ भरी जिंदगी और व्यस्त लाइफ स्टाइल में लगभग हर कोई किसी न किसी रूप में बालों की समस्याओं से जूझ रहा है। आज हम आपको 6 ऐसी होम्योपैथिक दवाएं बताएँगे जिनसे यदि किसी बाल झाड़ गए है और गंजापन हो गया है तो ये उसमें बहुत प्रभावी हैं।
यह होम्योपैथिक दवा परुषों के बालों के रोग जैसे- मेल पैटर्न बाल्डनेस (MPB) के लिए अधिक इस्तेमाल होती है जोकि गंजापन का मुख्य कारण माना जाता है।
जब किसी के बाल हार्मोनल असंतुलन और DHT के कारण झाड़ जाएँ और वह गंजापन का शिकार हो जाये तो सैबाल सेरूलैटा से अधिक फ़ायदा होता है।
यह होम्योपैथिक दवा शोक, अधिक तनाव या शरीर से महत्वपूर्ण तरल पदार्थ के नुकसान के कारण गंजापन का इलाज करने में बहुत ही प्रभावी है।
Phosphoric Acid
जब सिर में बहुत अधिक गन्दा पसीना होने के कारण बाल झड़ जाएँ और गंजापन पैदा हो जाये तो Silicea होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल करें।
यह होम्योपैथिक दवा बालों के रोगों में अक्सर युवााओं में समय से पहले या उम्र बढ़ने के साथ गंजापन होने में मदद करती है।
जब किसी व्यक्ति के बल एलोपेसिया एरीटा के कारण झड़ रहे हों और सर में खल्वट नजर आने लगे तो ऐसी स्थिति में फ्लोरिक एसिड गंजापन का इलाज करने और बालों के झड़ने से रोकने के लिए सबसे अच्छी होम्योपैथिक दवाओं के तौर इस्तेमाल होती है।
फ्लोरिक एसिड बालों को दोबारा उगाने और टाइफाइड जैसे बुखार के बाद होने वाले बालों के झड़ने में भी यह बहुत मददगार है।